Uttarakhand News: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में इंटेलिजेंस मुख्यालय ने बड़ी कार्रवाई की है. सचिवालय में ड्यूटी पर तैनात पांच सुरक्षाकर्मियों को लापरवाही के आरोप में हटाते हुए उनकी मूल तैनाती स्थलों पर वापस भेज दिया गया है. इस घटना की विस्तृत जांच भी जारी है.
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित अपने कार्यालय की ओर जा रहे थे. तभी वहां मौजूद एक कर्मचारी ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मी स्थिति को तुरंत नियंत्रित नहीं कर सके, जिससे सुरक्षा में चूक की आशंका जताई गई. हालांकि, बाद में सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप कर उस कर्मचारी को रोका, लेकिन तब तक स्थिति गंभीर बन चुकी थी.
इंटेलिजेंस मुख्यालय ने मामले में की कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, यदि सुरक्षाकर्मी सतर्क रहते तो हंगामा करने वाले व्यक्ति को समय रहते रोका जा सकता था. यह भी आशंका जताई गई कि यदि वह व्यक्ति सुरक्षा घेरे को तोड़ने में सफल हो जाता, तो मुख्यमंत्री की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता था. प्राथमिक जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने के बाद मंगलवार को इंटेलिजेंस मुख्यालय ने तुरंत कार्रवाई की.
इंटेलिजेंस मुख्यालय ने एएसआई शमशेर सिंह को हटाकर हरिद्वार भेज दिया है. इसके अलावा, कांस्टेबल पिंकी शैव को देहरादून, कांस्टेबल संजीत शर्मा को पीएसी हरिद्वार, कांस्टेबल शीला शर्मा को हरिद्वार और कांस्टेबल अनिल सिंह को आईआरबी द्वितीय देहरादून स्थानांतरित किया गया है.
घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा की जा रही है. इंटेलिजेंस विभाग इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो. मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार पहले से ही सतर्क है, और अब इस मामले के बाद सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाएगा. इस घटना ने एक बार फिर से वीआईपी सुरक्षा में सतर्कता की जरूरत को उजागर किया है. सरकार और सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही हैं कि आगे ऐसी कोई चूक न हो और मुख्यमंत्री की सुरक्षा में कोई भी ढिलाई न बरती जाए.
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