यूपी में हुई इस बार की बोर्ड परीक्षा में तकरीबन 10 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी. वजह थी नकल न होना. जितनो ने परीक्षा दी थी उनकी कापियां जांची जा रही हैं. जांच के दौरान कापी से नोट निकल रहे हैं. नोट के साथ ही भावनात्मक संदेश भी लिखे मिल रहे हैं. एक छात्र ने कापी में 100 रुपये के साथ नोट लिखा है कि ”सर, मेरी तबीयत ख़राब है, मैं अच्छे से तैयारी नहीं कर सका. मुझे पास कर दें, मैं गरीब हूं. कापियों की जांच कर रहे शिक्षकों का कहना है कि कई बच्चों ने तो उत्तर में केवल प्रश्न ही उतार दिया है. वहीं कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जिन्होंने सभी प्रश्नों का एक ही उत्तर पूरी कॉपी में लिख दिया है और वो जवाब भी गलत हैं. यह देखकर कॉपी जांचने वाले शिक्षक हैरान हैं. संस्कृत जैसे स्कोरिंग विषय में भी बच्चों ने बेहद खराब प्रदर्शन किया है. संस्कृत में तो पचास फीसदी का भी पास होना मुश्किल है. गृह विज्ञान में भी छात्राओं की स्थिति यही है. कापियों की जांच कर रहे एक शिक्षक ने बताया कि उन्हें सोमवार को एक गृहविज्ञान की उत्तर पुस्तिका से दो सौ रुपये का नया नोट मिला. साथ में गुहार थी कि उसे पास कर दिया जाए क्यों की वो दलित है. एक ऐसी भी छात्रा थी जिसने गुहार लगाई कि सर मुझे पास कर दीजिए. फेल हो गई तो अगले साल छोटी बहन की कक्षा में पढ़ना पड़ेगा.
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